12 दिसंबर 2010

कसाब की भाषा बोल रही कांग्रेस के पीछे कहीं पाकिस्तानी साजीश तो नहीं ?


दिग्विजय सिंह का बयान कि हेमंत करकरे को हिंदु आतंकवादियों ने मारा देशद्रोह से कम नहीं। पर दिग्विजय सिंह के इस बयान को उनके व्यक्तिगत बयान के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। यह कांग्रेस के द्वारा प्रायोजित है। दग्विजय सिंह के बयान के बाद शहीद हेमंत करकरे की पत्नी कविता करकरे ने यह कह कर साफ कर दिया कि उनके पति को पाकिस्तानी आतंकवादियों ने मारा  और हिंदू संगठनों से इसे जोड़कर देखना पाकिस्तान की मदद करने के समान है।

अब आइये कांग्रेस के कसाब-अफजल प्रेम प्रकरण पर। अफजल गुरू और कसाब कांग्रेसी मेहमान तब है, जबकि उन्हें फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है। हाल ही में कसाब का यह कहना कि मुंबई हमले में मैं नहीं था और पुलिस ने मुझे झूठा फंसाया है और दग्विजय सिंह का यह बयान कि करकरे को हिन्दू संगठनों ने मारा एक भी भाषा नहीं है?

आखिर क्यों कसाब हमारा मेहमान है और उसके उपर हम 15 लाख प्रतिदिन खर्चते है? 

क्या दग्विजय के मूंह से कांग्रेस कसाब की बोली नहीं बोल रही?


यह महज वोट बैंक की राजनीति नहीं है। यह देशद्रोह है और पाकिस्तान को फायदा पहूंचाने का कांग्रेसी चेहरा साफ दिख रहा है।

अभी हाल ही में पाकिस्तान से प्रकाशित होने वाले अखबारों ने विकिलिक्स के हवाले से यह खुलासा किया कि भारत पाकिस्तान में आतंकबाद फैला रहा है पर बाद में यह खबर गलत निकली और अखबारों ने माफी मांगी, और यह कांग्रेस के नेता पाकिस्तान के इस साजिश पर मुहर लगाते है की आतंकवाद का पैरोकार भारत है पाकिस्तान नहीं। यह एक बार नहीं हो रहा बल्कि यह सिलसिला लगातार चल रहा है। बाटला हाउस प्रकरण याद किजिए दग्विजय सिंह इस घटना मे मारे गए आतंकी के घर जा कर आंसू पोछते है और यह जताना चाहते है कि इस घटना में शहीद पुलिस इंस्पेक्टर आतंकी था।

कांग्रेस के अल्पसंख्यक मामले के मंत्री ए.आर. अंतुले का संसद में बयान आता है हिंदु आतंकवाद पर और फिर कांग्रेस के वर्तमान गृहमंत्री भी हिंदु आतंकवाद शब्द का प्रयोग करते है। हद तो तब हो जाती है जब कांग्रेस के तथाकथित युवराज राहुल गांधी भी इसी भाषा में बोलते हुए सिम्मी और संध को एक ही तराजू में रख देते है।
और तो और कांग्रेस के एक कश्मीर मंत्री ने यह कह दिया कि कश्मीर को अलग कर देना चाहिए।



इन सब बातों पर गंभीरता से गौर करें और देखें की पाकिस्तान या फिर आतंकी संगठन इसको किस रूप में पेश करेगा। इस सारे प्रकरण को मिलाकर पाकिस्तान यह कह रहा है कि आतंकी देश मैं नहीं भारत है। आतंकी संगठन अपने जेहादियों को यह समझाने में सफल होगें की आतंकवाद भारत के हिंदू संगठन फैला रहें है।



सच में, कांग्रेस इस राजनीति में पाकिस्तान के साथ खड़ी दिखती है। अब जब कि विकिलिक्स के खुलासे में यह बात साफ हो गई मुंबई हमले का लाभ कांग्रेस लेना चाहती थी तब कहीं यह तो नहीं की कांग्रेस पाकिस्तान के साथ मिली हुई है। विकिलिक्स के खुलासे में तत्कालिन राजदूत डेविड मलफोर्ड ने अमेरिका को भेजे अपनी रिर्पोट में कहा कि कांग्रेस मुंबई हमले का लाभ लेना चाहती है और इसके लिए कुछ संदिग्ध मुस्लिम नेताओं को चुना गया है जो मुस्लमानों के बीच जाकर इस आग को जिंदा रखने का काम करेगा।




अब एक बात ही कहनी बाकी है वह यह कि कांग्रेस के किसी नेता के मुंह से निकले कि मुंबई हमला पाकिस्तान प्रायोजित नहीं हिंदु संगठन प्रायोजित है और शांति के प्रतीक इस देश का बंटाधार हो जाए।













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